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Friday, January 29, 2016

पुरूषों की यौन शक्ति बढाने का घरेलु उपचार,How to increase,

 

    यौनसुख अर्थात संभोग क्रिया के समय चरम सुख की प्राप्ति होना बहुत ही आनंददायक होता है। इसकी तुलना बहुत से विद्वानों ने स्वर्ग के सुख से की है। हर मनुष्य पूरे जीवन इस सुख को भोगना चाहता है। मनुष्य कभी भी काम अर्थात सेक्स से मुक्त नहीं होना चाहता। यही उसके जीवन का प्राथमिक बिंदु है। काम अर्थात सेक्स की शक्ति परमात्मा की शक्ति है इसलिए तो काम अर्थात सेक्स से शरीर में ऊर्जा पैदा होती है इसलिए मनुष्य को पूरी तरह से काम-शक्ति संपन्न होना चाहिए।

    लेकिन आज के आधुनिक युग में युवा पीढ़ी पर काम का बोझ, एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़, मानसिक तनाव, विषाद, नशे की लत, पश्चिमी सभ्यता को अपनाने की लालसा, अप्राकृतिक मैथुन, एलोपैथिक दवाईयों के दुष्परिणाम, खान-पान में अनिमियता बरतना, दूषित वातावरण और बढ़ती हुई कामवासना के कारण उम्र से पहले ही यौनशक्ति की कमी से पीड़ित होते जा रहे हैं। कामशक्ति की कमी से ग्रस्त युवकों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है।

    पुरूषों की यौन शक्ति बढाने का घरेलु उपचार

    • शतावरी की ताजी जड़ को मोटा कूट कर दस से बीस ग्राम की मात्रा में लेकर 150 मिली दूध में पकाएं। इसमें लगभग 250 मिली पानी भी मिला दें। जब उबालते-उबालते पानी समाप्त हो जाए और केवल दूध शेष रहे तो इसे छान कर खांड मिला कर सुबह शाम लेने से शक्ति बढ़ती है।
    • विदारीकन्द का चूर्ण 2.5 ग्राम को गूलर के 15 मिली रस में मिलाकर सुबह शाम दूध से लेने पर अधिक उम्र वाले पुरुष भी सक्षम हो जाते हैं !
    • उड़द को घी में भून लें और फिर दूध में पकाकर खीर बना लें। अब इस खीर में खांड मिलाकर ग्रहण करें और खुद ही पौरुष्य लाभ देखें।
    • आंवले के चूर्ण को आंवले के रस में सात भावनाएं देकर (सात बार घोंटकर) पांच ग्राम चूर्ण में शहद और शुद्ध घी मिलाकर सेवन कराने से कामेच्छा में बढ़ोत्तरी होती है।
    • गोखरू बीज, तालमखाना बीज, शतावरी, कौंच बीज, नागबला की जड़, अतिबला की जड़ इन सब को मोटा-मोटा कूटकर कर 2.5 ग्राम की मात्रा में दूध के साथ सुबह शाम लेने से पौरुष शक्ति में बढ़ोत्तरी होती है |
    • शतावरी घृत में 2.5 से 5 ग्राम की मात्रा में पिप्पली चूर्ण 1.5 ग्राम मिलाकर खांड और शहद के साथ लेना भी पौरुष बल देता है !
    • शतावरी, गोखरू, वरादीकंद, शुद्ध भल्लातक, गिलोय, चित्रक, त्रिकटु, तिल, विदारीकन्द और मिश्री मिलाकर बनाया गया चूर्ण, जिसे नरसिंह चूर्ण के नाम से जाना जाता है, एक उत्तम वाजीकारक औषधि है
    • केवांच के बीज, खजूर, सिंघाड़ा, दाख और उड़द इन सब को बीस-बीस ग्राम की मात्रा में लेकर 250 मिली पानी में मिलाकर पकाएं। जब पानी समाप्त हो जाए तो इसमें खांड, वंशलोचन, शुद्ध घी एवं शहद मिलाकर सेवन करने से शुक्र के निर्बलता में लाभ मिलता है!
    • मुलेठी चूर्ण 1.5 ग्राम को शुद्ध घी और शहद के साथ सेवन करने से भी कामेच्छा बढ़ती है।
    • मकरध्वज रस 250 मिलीलीटर की मात्रा में सुबह शाम अदरख स्वरस एवं शहद के साथ लेना शरीर में स्फूर्ति एवं उत्साह को बढ़ाता है तथा शुक्र सम्बन्धी दोषों को दूर करता है।
    • ये तो चंद योग हैं जिससे पौरुष्य एवं शारीरिक यौन ऊर्जा को बढ़ाया जा सकता है।आयुर्वेद में ऐसी अनेक औषधियां मौजूद हैं जिनसे यौवन को बरकार रखा जा सकता है, बस आवश्यकता है तो इनके सही उपयोग की
    • शक्ति को बढ़ाने व खोई हुई ताकत वापस लाने के लिए असरोल की जड़ का पावडर तथा कासनी हीरो व अरेबियन तेल लाभदायक सिद्ध होते हैं। इन औषधियों से किसी भी प्रकार के यौन संबंधी समस्याएँ होने पर इस्तेमाल करें लाभप्रद सिद्ध होगी। इस दवा को हिंदी में बबूल के रस के नाम से जाना जाता है
    • अकाकिया बबूल की फलियों तथा पत्तों का रस है जिसे सुखाकर टिकिया बनायी जाती है। यह दवा पेशाब में धातु तथा स्वप्न दोष के लिए अचूक औषधि है। जो व्यक्ति इस तरह के रोग से ग्रसित है उन्हें बबूल का रस 1 से 1 -1/2 ग्रा. तक सेवन करना चाहिए।
    • इसके अलावा अकाकिया अन्य बीमारियों में भी लाभकारी हैं जैसे- खूनी पेचिश, श्वेत प्रदर, आँख आना, मुँह में छाले होना आँतों में खराश गर्मी के कारण उत्पन्न होने वाली सूजन गाँठ। भिंडी से सभी लोग परिचित हैं। भिंडी वीर्य को गाढ़ा करती है तथा संभोग की शक्ति को बढ़ाती है।
    • जिन व्यक्तियों का वीर्य पतला हो उन्हें नर्म व मुलायम भिंडी जिसमें बीज न पड़े हों इसका पावडर पाँच से सात ग्रा. तक सेवन करना चाहिए। भिंडी की सब्जी पाचन शक्ति के अनुसार खानी चाहिए। भिंडी के अन्य औषधीय गुण मूत्र द्वार में छीलन सूजन मूत्र त्यागते समय दर्द और सूजन में इसका काढ़ा लाभकारी है। शरीर में खून की कमी की शिकायत दूर करती है। खून को बढ़ाती है।
    • कच्चे लहसुन की 2-3 कलियो का प्रतिदिन सेवन करना यौन-शाक्ति बढ़ाने का बेहतरीन घरेलु उपचार है
    • लहसुन के बाद प्याज एक और कारगर उपाय है। सफेद कच्चे प्याज का प्रयोग अपने नित्य आहार मे करें
    • काले-चने से बने खाद्य-पदार्थ जैसे डोसा आदि का हफ्ते मे 2-3 बार प्रयोग काफी लाभकारी होता है -
    • 150 ग्राम बारीक कटी गाजर को एक उबले हुए अंडे के आधे हिस्से मे एक चम्मच शहद मिलाकर दिन में एक बार सेवन करे। इसका प्रयोग लगातार 1-2 महीने तक करें
    • 5-10 ग्राम भिंडी की ज़ड के पाउडर को एक गिलास दूध तथा दो चम्मच मिश्री मे मिलाकर नित्य सेवन करने से आपकी यौन-शक्ति कभी कम नही प़डेगी -
    • सफेद मूसली का प्रयोग भी बेहद लाभदायक होता है। 15 ग्राम सफेद मूसली को एक कप दूध मे उबालकर दिन मे दो बार पीने से यौन-शक्ति बढ़ती है।
    • 15 ग्राम सहजन के फूलो को 250 मिली दूध मे उबालकर सूप बनाए। यौन-टौनिक के रूप मे इसका सेवन करे-दक्षिण भारत में सहजन का प्रयोग अत्यधिक किया जाता है
    • आधा चम्मच अदरक का रस, एक चम्मच शहद तथा एक उबले हुए अंडे का आधा हिस्सा, सभी को मिलकार मिश्रण बनाए प्रतिदिन रात को सोने से पहले एक महीने तक सेवन करे -
    • बादाम, पिस्ता खजूर तथा श्रीफल के बीजो को बराबर मात्रा मे लेकर मिश्रण बनाए। प्रतिदिन 100 ग्राम सेवन करे

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