आप यह बात ठीक से याद रखें कि हमारी यादशक्ति हमारे ध्यान पर और मन की एकाग्रता पर निर्भर करती है। हम जिस तरफ जितना ज्यादा एकाग्रतापूर्वक ध्यान देंगे, उस तरफ हमारी विचारशक्ति उतनी ज्यादा केन्द्रित हो जायेगी। जिस कार्य में भी जितनी अधिक तीव्रता, स्थिरता और शक्ति लगायी जायेगी, उतनी गहराई और मजबूती से वह कार्य हमारे स्मृति पटल पर अंकित हो जायेगा। स्मृति को बनाये रखना ही स्मरणशक्ति है और इसके लिए जरूरी है सुने हुए व पढ़े हुए विषयों का बार-बार मानना करना, अभ्यास करना। जो बातें हमारे ध्यान में बराबर आती रहती हैं,
उनकी याद बनी रहती है और जो बातें लम्बे समय तक हमारे ध्यान में नहीं आतीं, उन्हें हम भूल जाते हैंदिमाग हमारे शरीर का वो हिस्सा है जिसके संकेत के बिना शरीर का कोई भी अंग काम नहीं कर सकता। लेकिन कई बार बढ़ती उम्र, गलत आदतों, नशे और आवश्यक पोषक तत्वों की कमी आदि से याददाश्त कमजोर होने लगती है। लेकिन अपने आहार में कुछ विशेष जड़ी-बूटियों को शामिल करके आप अपने दिमाग को तेज कर सकते हैं। आईए जानें ऐसी कौन सी जड़ी-बूटियाँ हैं जिनको अपने आहार में शामिल कर दिमाग आसानी से तीव्र किया जा सकता है:
पालक में ओमेगा 3 फैटी एसिड्स भी प्रचूर मात्रा में होते हैं जो इंसान के मष्तिष्क के लिए बहुत हीं जरुरी एवं फायदेमंद होते हैं । इनसे आपकी स्मरण शक्ति, तर्क करने की शक्ति एवं एकाग्रता बढती है। इसके सेवन से आप किसी भी काम में ध्यान लगा पाते हैं।
पालक ,spinach,
पालक में विटामिन बी 9 प्रचूर मात्रा में पाया जाता है जिसे फोलेट या फोलिक एसिड के नाम से भी जाना जाता है। इस विटामिन की कमी के कारण मष्तिष्क सम्बन्धी कई विकार उत्पन्न होने लगते हैं जैसे अवसाद, माईग्रेन, डिप्रेशन, तनाव, स्मरण शक्ति का ह्रास होना इत्यादि। इस विटामिन की कमी से तंत्रिका सिस्टम सम्बन्धी कई रोग उत्मन्न होने लगते है। अगर आप नियमित रूप से पालक का सेवन करते हैं तो आपको डिप्रेशन या अवसाद नहीं घेरेगा तथा आपकी स्मरण शक्ति तेज होगी। विटामिन बी 9 के अलावा पालक में विटामिन बी 2 और विटामिन बी 6 भी पाए जाते हैं जो आपके दिमाग को तेज करते हैं एवं सोचने समझने की शक्ति को बढाते हैं।पालक में ओमेगा 3 फैटी एसिड्स भी प्रचूर मात्रा में होते हैं जो इंसान के मष्तिष्क के लिए बहुत हीं जरुरी एवं फायदेमंद होते हैं । इनसे आपकी स्मरण शक्ति, तर्क करने की शक्ति एवं एकाग्रता बढती है। इसके सेवन से आप किसी भी काम में ध्यान लगा पाते हैं।
जटामांसी,spikenard
जटामांसी औषधीय गुणों से भरपूर जड़ी-बूटी है। इसे जटामांसी इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसकी जड़ों में जटा बाल जैसे तंतु लगे होते हैं। यह दिमाग के लिए एक रामबाण औषधि है, यह धीमे लेकिन प्रभावशाली ढंग से काम करती है। इसके अलावा यह याददाश्त को तेज करने की भी अचूक दवा है। एक चम्मच जटामासी को एक कप दूध में मिलाकर पीने से दिमाग तेज होता है।ब्राह्मी,Brahmi
ब्राह्मी नामक जड़ी-बूटी को दिमाग का टॉनिक भी कहा जाता है। यह दिमाग को शांति और स्पष्टता प्रदान करती है और याददास्त को मजबूत करने में भी मदद करती है। आधे चम्मच ब्राह्मी के पाऊडर और शहद को गर्म पानी में मिलाकर पीने से दिमाग तेज होता है।
शंख-पुष्पी,Shankpushpi
शंख-पुष्पी दिमाग एवं बुद्धि को कुशाग्र बनाने के साथ-साथ दिमाग में रक्त का सही सर्कुलेशन कर, मस्तिष्क की रचनात्मकता को भी बढ़ावा देती है। यह जड़ी-बूटी हमारी याद करने की क्षमता और सीखने की क्षमता को भी बढ़ाती है। दिमाग को तेज करने के लिए आधा चम्मच शंख-पुष्पी को एक कप गरम पानी में मिला कर लें।
दालचीनी,Cinnamon
दालचीनी सिर्फ गर्म मसाला ही नहीं, बल्कि एक जड़ी-बूटी भी है। यह दिमाग को तेज करने की बहुत अच्छी दवा है। रात को सोते समय नियमित रूप से एक चुटकी दालचीनी पाऊडर को शहद के साथ मिलाकर लेने से मानसिक तनाव में राहत मिलती है और दिमाग तेज होता है।
हल्दी,turmeric
हल्दी दिमाग के लिए बहुत अच्छी जड़ी-बूटी है। यह सिर्फ खाने के स्वाद और रंग में ही इजाफा नहीं करती है, बल्कि दिमाग को भी स्वस्थ रखने में मदद करती है। हल्दी में पाया जाने वाला रासायनिक तत्व कुरकुमीन दिमाग की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को रिपेयर करने में मदद करता है और इसके नियमित सेवन से एल्जाइमर (भूलने का) रोग नहीं होता है।
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